Surha Tal: उत्तर प्रदेश और बिहार का सीमावर्ती जिला बलिया आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है. ‘बागी बलिया’ के नाम से मशहूर यह जिला 1857 की क्रांति के महानायक मंगल पांडेय, स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय समेत कई क्रांतिवीरों की जन्मस्थली है. इतना ही नहीं, बलिया का नाम पौराणिक समय से ही है. यहां के संत दर्दर मुनि और भृगु मुनि का नाम बड़े तपस्वियों में लिया जाता है. इसी जिले में स्थित है एक प्राकृतिक झील ‘सुरहा ताल’. चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.
सुरहा ताल की प्राकृतिक छटा और दूर-दूर से आने वाले देशी-विदेशी पक्षियों की कलरव सैलानियों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखती है. सर्दियों के दिनों में यहां लाखों की संख्या में सैलानी पक्षी आते हैं, जिन्हें देखने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं.