Ram Mandir Pran Pratishtha : देश के राम भक्तों का करीब 500 साल लंबा इंतजार आज खत्म हो गया। मर्यादापुरुषोत्तम प्रभु श्री राम अयोध्या में विराजमान हो गए हैं। मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कर दी। भगवान रामलला अपने भव्य मंदिर में विराज चुके हैं। अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है। 84 सेकंड के शुभ मुहूर्त में पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की पहला वीडियो सामने आया है।
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सर्दी समापन की ओर, लेकिन अब पहले की तरह सुरहाताल में नहीं आते साइबेरियन पक्षियों के झुंड
भृगुनगरी का सुरहाताल प्रवासी पक्षियों के लिए प्राचीन समय से मशहूर है। यह ताल 34.32 वर्ग किमी में फैला हुआ है। इसे 1991 में सुरहाताल पक्षी बिहार भी घोषित किया जा चुका है। जो गंगा और सरयू के दोआब में स्थित एक गोखुर झील है। कभी इसी सुरहा ताल में सर्दी के मौसम में हजारों की संख्या में सैलानी पक्षी आते थे. लेकिन अब वही सैलानी पक्षी इस सुरहा ताल से विमुख हो गए हैं. सर्दी शुरू होने पर कभी समय था कि इनके कलरव को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते थे. एनजीटी ने इन्हीं पक्षियों के आगमन को देखते हुए जन नायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में हो रहे हॉस्टल निर्माण पर रोक लगा दिया था. वर्तमान समय में सर्दी भी शुरू हो चुकी है. लेकिन अब पहले की तरह सुरहाताल में साइबेरियन पक्षियों के झुंड नहीं आते है.
देश में अब को-आपरेटिव पत्रकारिता की जरूरत: हरिवंश
वर्तमान परिवेश में ग्रामीण पत्रकारिता से जुड़े लोग आज समस्याओं से जंग लड़ रहे हैं। जबकि मीडिया घराने अपने हिसाब से कार्य करा रहे हैं। उन मीडिया घरानों के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करके मैं ग्रामीण पत्रकारों से अपील करता हूं कि वे को-आपरेटिव पत्रकारिता पर ध्यान दें। उक्त बातें राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश जी ने शनिवार को नगर के टाउन हॉल में प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही।
इंडिया गठबंधन के आह्वान पर पुरे प्रदेश में बिफरे विपक्ष के नेताओं जमकर बोला हमला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व इंडिया गठबंधन के आह्वान पर भारत की संसद से करीब डेढ़ सौ सांसदों के निलंबन के विरोध में मोदी सरकार के खिलाफ प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों की तरह से सपा, कांग्रेस व अन्य सहयोगी दलों ने जिला मुख्यालय बलिया में धरना प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला. कहा कि ये सरकार तो ब्रितानी हुकूमत को भी पीछे छोड़ चुकी हैं.
जिला जज के बेटे को एनकाउंटर की धमकी देने वाले को ढूंढ रही महाराष्ट्र पुलिस
जिला जज अशोक कुमार को फोन पर उनके लड़के के एनकाउंटर की धमकी देने वाला आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है। इस प्रकरण में सबसे दिलचस्प यह हैं कि आरोपी को मुंबई पुलिस भी तलाश कर रही है। कारण कि आरोपी ने जिस व्हाट्सएप नंबर से फोन किया था, उसकी डीपी पर मुंबई पुलिस के एक बड़े अधिकारी की फोटो लगी हुई है। आरोपी इसके पूर्व भी कई लोगों को लेकर फोन कर चुका है। हालांकि व्हाट्स एप कॉल के जरिए धमकी देने पर साइबर क्राइम के बढ़ते प्रभाव से हार कोई सकते में हैं. लोगों का मानना हैं कि जुडीसियल महकमे के अफसर जब कुछ नहीं कर पा रहे हैं तो गुरबत में जीने वाले लोगों की सुरक्षा किसी भी तरह लोगों को हजम भी नहीं हो पा रहा है. जबकि जिला जज का प्रकरण एक सप्ताह से अधिक का बताया जा रहा हैं.
बागी जिले के खिलाड़ियों ने राज्यस्तरीय खेल में प्रदेश में मचाया डंका
बलिया : जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने अपने कार्यालय परिसर में मंगलवार को जनपद की बालिका फुटबॉल खिलाड़ियों, प्रशिक्षक रामप्रकाश यादव (शारीरिक शिक्षा अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय सोनाड़ीह), टीम मैनेजर सत्य प्रकाश, व्यवस्थापक प्रफुल्ल श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष सुनील पांडेय और सचिव दिनेश प्रसाद, अनुज सिंह, मोहम्मद दानिश तथा अरविंद सिंह (प्रशिक्षक एवं सदस्य प्रादेशिक फुटबॉल […]
Ballia News: देवड़ीह में एक ही परिवार के चार लोगों का शव मिलने से सनसनी
बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के देवड़ीह गांव रविवार की देर रात एक ही परिवार के चार लोगो के शव मिलने से हड़कंप मच गया. रविवार की रात करीब 11 बजे एक ही परिवार के चार लोगों के शव बगीचे में बरामद हुए, जिनमें एक महिला समेत दो बच्चों की धारदार हथियार से हत्या की गई थी. जबकि एक व्यक्ति का शव वहीं पेड़ पर फांसी के फंदे से झूलता मिला. सूचना पाकर पहुचीं पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर रात में ही मर्चरी भेज दिया.
OPS: चार राज्यों में चुनावी हार जीत से ओपीएस आंदोलन का भविष्य खतरे में नहीं: समीर
पुरानी पेंशन बचाओ मंच, बलिया के जिला संयोजक समीर कुमार पांडेय ने बीजेपी की प्रचंड जीत से पेंशन आंदोलन के भविष्य पर सवाल उठाने वालों और मीडिया में चल रही ख़बरों, जिसमें यह कहा जा रहा कि पुरानी पेंशन लेने के बाद भी कर्मचारियों ने कांग्रेस को वोट क्यों नहीं किया ? क्या इस चुनाव से यह सिद्ध नहीं हुआ कि कर्मचारी आंदोलन से सरकार नहीं डरने वाली ? अब पेंशन आंदोलन का भविष्य क्या होगा ? कोई एक कारण बताएं, जिससे विपक्ष आपके मुद्दे पुरानी पेंशन बहाल करने पर साथ दे सके ? इन सारे सवालों पर अपना प्रतिरोध दर्ज कराया है।