हमारे बचपन के दिनों में स्कुल में हमें पढना, लिखना, खेलना और बोलना सिखाया जाता था। लेकीन सुनने की सीख मुश्किल से ही मिलती थी, बल्कि ना के बराबर थी। प्रकृति नें हमें दो कान और एक मुहँ दिया है। बोलने से पहले मानव ने सुनना सिख लिया था। मनुष्य आसपास होने वाली घटनाओं को, […]