National आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… क्या बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी?

इतिहास पर दृष्टिपात करने से यह तथ्य स्पष्ट हो जाता है कि भारत कभी भी एक दृष्टिकोण, एकधर्म, एक भाषा, एक भावभूमि अथवा एक व्यवस्था वाला देश नहीं रहा है। भारत में द्रविण संस्कृति सबसे पुरानी मानी जाती है और आर्य लोगों पर विवाद बना रहा है। कुछ इतिहासकार ऐसा मानते हैं कि आर्य मध्य […]

National आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… कैसे तय होती है एम.एस.पी.?

कृषि उत्पादों का न्यूनतम मूल्य तय करने की आवश्यकता के पीछे किसानों को उनके उत्पाद के लिए कम से कम लागत मूल्य निश्चित करना रहा। इसका उद्देश्य किसानों को किसानी से घाटे को बचाना, सरकार को न्यूनतम मूल्य पर अनाजों की खरीद सुनिश्चित करना अन्न उपभोक्ताओं को बाजारू मूल्य वृद्धि के भार से सुरक्षित करना […]

National आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… भय और प्रलोभन में फँसी मीडिया

वर्ष 2021 जिन कारणों से अविस्मरणीय वर्ष माना जायेगा उनमें एक यह भी है कि इस वर्ष में दो व्यक्तियों को संयुक्त रूप से पत्रकारिता में नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गयी। इन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता को लेकर जो मौलिक कार्य किये उन्हें इस पुरस्कार के द्वारा सम्मानित किये जाने का गौरव प्राप्त हुआ। तत्कालीन […]

National आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… बालकों के चाचा कहाँ

14 नवम्बर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस को महत्व प्रदान करने के लिए मनाया जाता है। उनका जन्म इस तिथि को 1889 ई0 में हुआ था। बच्चे उनको सबसे अधिक प्रिय थे, इसलिए बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहते […]

Ballia National आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… शंकराचार्य का विज्ञान

जैन धर्म के प्रवर्तक ऋषभ देव थे जो गौतमबुद्ध से लगभग डेढ़ हाजर वर्ष पूर्व पैदा हुए होंगे। महावीर स्वामी इस परम्परा के तेइसवें तीर्थकर रहे। यह धर्म भारत के परम्परागत धर्म से बहुत अलग नहीं था। परम्परागत विचारधारा के अनुसार अपने इन्द्रियों द्वारा प्राप्त ज्ञान प्रत्यक्ष कहा जाता था जैसे कान से शब्द का, […]

UP Bihar आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… बहँगी छठी माई के जाय

छठ महापर्व व्यवहारिक रूप से एक लोकपर्व है। पृथ्वी सूर्य मण्डल का एक ग्रह है जिस पर सूर्य की बहुमुखी कृपा बनी रहती है। सूर्यमण्डल के अन्य ग्रहों पर यहीं विविधता पूर्ण ईतना विकास नहीं हुआ है जितना की पृथ्वी लोक पर। सूर्य पूजा के इस पर्व को छठी मइया के रूप में लोक मान्यता […]

UP Bihar आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… अंधेरे में सूर्य…

सूर्य के प्रति सम्मान प्रगट करने के लिए ऋग्वेद में कई ऋचाएं है। प्रसिद्ध गायत्री मंत्र भी इसका प्रमाण है। सूर्य अपने मंडल (नक्षत्र परिवार) का केंद्र है। पृथ्वी भी इस परिवार का एक अंग है। प्रकाश, ऊर्जा और ऊष्मा के अतिरिक्त यह जीवन का आधार है। सूर्य विज्ञान का आधार है, जिसका उल्लेख वेदों […]

National आगे ही नही पीछे भी

नोटबन्दी का सच: कितना कारगर साबित हुआ नोटबन्दी का फैसला

आज ही के दिन पाँच साल पहले भारत सरकार ने शाम को आठ बजे अचानक एक हजार रुपये और पांच सौ रुपये के करेन्सी नोटबंदी की घोषणा कर दिये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कदम से यह उम्मीद जताई कि इससे अर्थव्यवस्था में जो काला-धन है, वह पूरी तरह खत्म होगा। रोजगार बढ़ेंगे, वस्तुओं और […]

आगे ही नही पीछे भी

आगे हीं नहीं पीछे भी… शंकराचार्य का झूठ

वेदों और उपनिषदों में प्रकृति अर्थात् भौतिक जगत, आत्मा अर्थात् विभिन्न नाम रूपों में जीवन को धारण करने वाला और सम्पूर्ण में चेतन स्वरूप में विद्यमान ब्रह्म तत्व को अनादि और अनन्त माना गया है। इनमें प्रकृति, जड़ और शेष दोनों चेतन कहे गये। प्रकृति अपने नियमों के अनुसार नाना प्रकार के आकार-प्रकार में जन्म […]

आगे ही नही पीछे भी

आगे ही नहीं पीछे भी… शंकराचार्य का सच

लगभग तीन हजार वर्ष पहले महावीर जैन का और ढाई हजार पहले गौतम बुद्ध के विचार प्रचलित हुए। दोनों ने सनातन, वैदिक और पौराणिक विश्वास परम्पराओ के समानान्तर अपने सिद्धान्त प्रतिपादित किये, जिन्हे जैन धर्म और बौद्ध धर्म कहा जाने लगा। इन दोनों में ईश्वर स्वर्ग-नरक और दैवीय कृपा से मानवीय समस्याओ का हल ढूढ़ने की […]